आज पीट सीगर 90 साल के 'जवान' हो गए. फ़रवरी में उनके ग्रैमी अवार्ड जीतने पर में यह पोस्ट किया था.
आज फिर उनको सलाम करते हुए सुनते हैं 'ग्वान्तानामेरा'. वैसे तो इस स्पैनिश गीत को कई अमेरिकी और लातिन अमेरिकी कलाकारों ने गाया है मगर मुझे सीगर का संस्करण सबसे ज्यादा पसंद है. शुरुआत में सीगर इस गीत के रचयिता होसे मार्ती के बारे में बताते हैं. और अपनी बेमिसाल 'कन्वर्सेशनल' शैली में इस गीत को गाते हुए इसके अंग्रेजी भावानुवाद से भी श्रोताओं को परिचित कराते हैं.पीपुल्स वीकली वर्ल्ड में सीगर के सम्मान में लिखा गया जॉन पिएतारो का आलेख यहाँ पढ़ा जा सकता है.
आज फिर उनको सलाम करते हुए सुनते हैं 'ग्वान्तानामेरा'. वैसे तो इस स्पैनिश गीत को कई अमेरिकी और लातिन अमेरिकी कलाकारों ने गाया है मगर मुझे सीगर का संस्करण सबसे ज्यादा पसंद है. शुरुआत में सीगर इस गीत के रचयिता होसे मार्ती के बारे में बताते हैं. और अपनी बेमिसाल 'कन्वर्सेशनल' शैली में इस गीत को गाते हुए इसके अंग्रेजी भावानुवाद से भी श्रोताओं को परिचित कराते हैं.पीपुल्स वीकली वर्ल्ड में सीगर के सम्मान में लिखा गया जॉन पिएतारो का आलेख यहाँ पढ़ा जा सकता है.
3 comments:
तीन बागी गायक
अच्छा लिखा है आपने....लेकिन फिल्म चल नहीं रही है..
Saans jaane bojh kaise jivan ka dhoti rahi
Nayan bin ashru rahe par zindagi roti rahi.
Ek mahal ke bistare pe sote rahe kutte billiyaan
Dhoop me pichwaade ek bachchi choti soti rahi .
Ek naajuk khwaab ka anzaam kuch easa hua
Main tadapta raha idhar wo us taraf roti rahi
Tang aakar Muflisi se khudkushi kar li magar
Do ghaz qafan ko laash uski baat johati rahi
Bookh gharibi,laachari ne umar tak peecha kiya
Mehnat ke rookh par zardian tan pe phati dhoti rahi
Aaj to us maa ne jaise - taise bachche sulaa diye
Kal ki fikr par raat bhar daaman bhigoti rahi.
“Deepak” basher ki khawahishon ka qad itna bad gaya
Khawahishon ki bheed me kahi zindagi khoti rahi.
@ Kavi Deepak Sharma
http://www.kavideepaksharma.co.in
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