कुछ लोगों की क्रियाशीलता बढ़ती उम्र से ज़रा भी प्रभावित नहीं होती. बल्कि लगता है कि उम्र के अनुपात में उनकी सृजनात्मकता बढ़ती ही जाती है. क्लिंट ईस्टवुड अठहत्तर साल की उम्र में एक वर्ष में दो फिल्में निर्देशित कर लेते हैं, खासकर उनमें से एक में ख़ुद मुख्य भूमिका भी निभाते हैं. हमारे देव आनंद भी साल-दो साल में एकाध फ़िल्म, चाहे जैसी भी हो, बना ही डालते हैं.प्रसिद्ध अमरीकी लोक गायक पीट सीगर भी इसी 'एवरग्रीन' श्रेणी में आते हैं.
पिछले सप्ताह 51 वें ग्रैमी अवार्ड समारोह में 89 वर्षीय सीगर के नए एल्बम 'At 89' को वर्ष 2008 का श्रेष्ठ पारंपरिक लोकगीत एल्बम घोषित किया गया.गौरतलब है कि सीगर 1993 में ही ग्रैमी लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किए जा चुके हैं.पिछले महीने बराक ओबामा के शपथ ग्रहण समारोह का समापन प्रसिद्द अमरीकी लोकगीत 'This Land is Your Land' के सामूहिक गायन से हुआ जिसकी अगुवाई पीट सीगर ने की थी.
पीट सीगर के बारे में ज़्यादा जानने के लिए अफलातून जी की यह पोस्ट देखें. फिलहाल सुनिए पीट का मशहूर युद्ध-विरोधी गीत 'Where have all the flowers gone'.
पुनश्च: 1960 में कैलिफोर्निया स्कूल बोर्ड ने सीगर से स्कूल में कार्यक्रम आयोजित करने देने के बदले साम्यवाद-विरोधी हलफनामे पर दस्तखत करने को कहा था. बोर्ड को आख़िर पचास सालों बाद सदबुद्धि आ ही गई; ताज़ा समाचार है कि स्कूल बोर्ड ने एक प्रस्ताव पारित कर उस कृत्य पर खेद प्रकट किया है और सीगर से सार्वजनिक तौर पर माफ़ी मांगी है.
Wednesday, February 11, 2009
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2 comments:
I've heard a lot about seegar and, sung "this land is your land" too.... thanks for the link and the post..
भारत भूषण तिवारीजी आप का बेहद प्रभावशाली ब्लॉग पढ़कर बेहद खुशी हुई ।
जोन बाएज पर नारायण देसाई के ६९-७० में लिखा एक लेख भी अपने ब्लॉग पर लगाया था । लेख का दूसरा भाग, यहां है ।
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